हिमाचल प्रदेश में 16 बादल फटने और 3 बाढ़ की घटनाओं ने तबाही मचाई, ₹356 करोड़ का नुकसान

Cloudbursts and Flashfloods Wreak Havoc in Himachal, ₹356 Crore Loss Reported
हिमाचल प्रदेश में 16 बादल फटने और 3 बाढ़ की घटनाओं ने तबाही मचाई, ₹356 करोड़ का नुकसान
पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में 16 बादल फटने और तीन बाढ़ सहित कई चरम मौसम की घटनाएं हुईं, जिससे सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ और व्यापक विनाश हुआ । इस आपदा में पांच लोगों की जान चली गई, 16 लोग लापता हो गए और पांच अन्य घायल हो गए । ये घटनाएं जून के अंत से राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण हुईं, जिसमें कई जिलों से नुकसान की खबरें आईं।
राजस्व विभाग के अनुसार, पिछले 11 दिनों में लगातार बारिश के कारण राज्य को कुल ₹356.67 करोड़ का नुकसान हुआ है। 406 सड़कें अवरुद्ध हैं - सबसे खास तौर पर मंडी में 248, कांगड़ा में 55 और कुल्लू में 37। इसके अलावा, 1,515 बिजली ट्रांसफार्मर और 171 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में सार्वजनिक सेवाएं और दैनिक जीवन प्रभावित हुआ है।
मंडी के सैंडहोल क्षेत्र में सबसे अधिक 223.6 मिमी बारिश हुई, उसके बाद पंडोह और करसोग का स्थान रहा। पालमपुर, चौपाल और शिमला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में भी अच्छी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 7 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें शिमला, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, हमीरपुर और मंडी जिलों में और अधिक बाढ़ और सतही अपवाह की चेतावनी दी गई है।
तापमान रीडिंग में ऊना 31.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म स्थान रहा, जबकि केलांग 12.6 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। मनाली, धर्मशाला और डलहौजी जैसे पर्यटन शहरों में भी मौसम में व्यवधान देखने को मिल रहा है। अधिक बारिश की उम्मीद के साथ, निवासियों और पर्यटकों को सावधानी बरतने और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।
स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, क्योंकि मिट्टी का जलमग्न होना, अवरूद्ध बुनियादी ढांचा तथा लगातार हो रही बारिश के कारण और अधिक क्षति होने तथा राहत कार्यों में देरी होने की आशंका बढ़ गई है।